सहकार भारती का विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों का आयोजन
1 min read
सहकार भारती का विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों का आयोजन
सहकार भारती के कार्यक्रमो से अन्य कार्यकर्ताओ में आई जागरूकता:– प्रोफेसर वेद प्रकाश त्रिपाठी
फतेहाबाद:–सहकार भारती का विभिन्न स्तरों पर कार्यक्रमों का आयोजन आगरा जिला इकाई के द्वारा किया जा रहा है । जिसमें प्रोफेसर वेद प्रकाश त्रिपाठी ने अपने प्रिया सहकार बांधो यह निश्चित ही अत्यंत प्रसन्नता का विषय है।कि महानगर एवं आगरा जिला सहकार भारती के सभी प्रमुख पदाधिकारी ने अपने कार्यभार को ग्रहण कर लिया है। तथा उन्होंने अपने इस तथा उन्होंने अपने कार्य निर्वहन की दिशा में भी कदम उठा लिए हैं।किंतु इसका प्रमाण है की हाल ही में विभिन्न स्तरों पर कुछ कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। विभिन्न पदाधिकारी और सदस्यों का इस संबंध में उत्साह निश्चित ही एक हर्ष और संतोष का विषय है।किंतु उक्त संदर्भ में हम इस बात से भी अवगत रहे कि हमारे संगठन की प्रमाणिक कार्य विधि क्या है। तथा हमारे संगठन की क्या कार्य संस्कृति रही है इस कार्य संस्कृति से अवगत होना और ताड़न रूप आचरण करना बहुत ही आवश्यक है।इस संदर्भ में में आप सबसे निवेदन करना चाहता हूं कि जहां कुछ सदस्यों और पदाधिकारी ने अपनी पहल पर कुछ कार्यक्रमों को आयोजित किया है यह निश्चित ही अत्यंत प्रसन्न नहीं है।इस मुझे आशा है कि इस प्रकार का उत्साहवर्धन भविष्य में भी देखने को प्राप्त होगा ।किंतु यहां में यह भी बता देना अपना कर्तव्य समझता हूं कि जब भी कोई पदाधिकारी बंद हो या सदस्य कोई पहल करें और ऐसी पहल करते हुए किसी कार्यक्रम का आयोजन करें तो उन्हें विभिन्न शास्त्र पदाधिकारी को विश्वास में लेना भी बहुत आवश्यक हैकेवल उनकी सहमति और उनके परामर्श के उपरांत ही किसी कार्यक्रम को आयोजित किया जाए तो यह उचित और सुविधाजनक भी होगा विशेष रूप से हमारी बहनों का सहयोग आवश्यक है। तथा उनकी सहमति भी आवश्यक है। क्योंकि उन्हें समय निकालना थोड़ा कठिन होता है मैं मुख्य रूप से यह चाहूंगा चाहूंगा कि जब भी किसी कार्यक्रम का आयोजन किया जाए तो हमारे बीच में वरिष्ठ पदाधिकारी करुण जी उपलब्ध रहती हैं अतः उनसे परामर्श लेकर तथा उनकी सहमति लेने के उपरांत ही किसी कार्यक्रम को अंतिम रूप देने का कष्ट करें दूसरा एक बिंदु जिसकी और में विशेष रूप से अपने सभी सदस्यों तथा पद अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं वह यह है। की कुछ कतिपय पदाधिकारी जिन्होंने पूर्ण सहमति देकर ही कुछ उत्तरदायित्व ग्रहण किए थे वह पिछले कुछ कार्यक्रमों में पूर्ण रूप से निष्क्रिय दिखाई दे रहे हैं यह केवल उनकी हमारा यह विचार तुम्हारा यह विचार केवल उनकी अनुपस्थिति के कारण ही नहीं है बल्कि यह देखने में महसूस हो रहा है। की इन पदाधिकारी को किसी आयोजन की कोई चिंता ही नहीं है किसी प्रकार के व्यक्तिगत सामाजिक या प्रोफेशनल उत्तरदायित्व किसी के भी साथ हो सकते हैं। किंतु यदि पदाधिकारी अपने पदाधिकारी अथवा सदस्य अपने वरिष्ठ जनों विशेष रूप से विभिन्न बैठकों के आयोजकों तथा उच्च स्तर पदाधिकारी से संपर्क करके अपनी असमर्थता व्यक्त करते हैं या बैठक में ना आने पर स्वयं खेत व्यक्त करते हैं या अपनी कोई व्यवस्था बताते हैं।तो यह समझ जा सकता है कि उनकी अनुपस्थित रहने के पीछे कोई उनकी मजबूरी है किंतु विभिन्न बैठकों के प्रति किसी प्रकार का किसी भी प्रकार का रिस्पांस ना देना एक अणु उत्तरदायित्वपूर्ण व्यवहार लगता है। अतः जो भी पदाधिकारी पता है।जिन भी पदाधिकारी ने विभिन्न बैठकों के संदर्भ में शीर्षास्त्र पदाधिकारी से कोई संपर्क स्थापित नहीं किया है तो उनसे निवेदन है।कि वह इस प्रकार का व्यवहार न करें इस प्रकार की संवाधीनता से विभिन्न प्रकार के भ्रम पैदा हो सकते हैं अतः वह पदाधिकारी जो निरंतर विभिन्न बैठकों में अथवा कार्यक्रमों में अनुपस्थित रहे हैं।वे तत्काल ही अपने ही स्वस्थ पदाधिकारी से संपर्क अवश्य करें उनसे विशिष्ट निवेदन है कि वे अपने संगठन के विभाग संयोजक श्री राकेश शुक्ला जी से निरंतर संपर्क में रहे तथा बैठकों में आने अथवा ना आने की सूचना यथासंभव प्रेषित करने की कृपा करें मुझे विश्वास है कि मैं कि आप मेरी इस परामर्श को अन्यथा नहीं लेंगे तथा तड़ अनुसार अपने व्यवहार में भी परिवर्तन करने का कष्ट करेंगे सब धन्यवाद।