बानपुर में आवारा पशुओं से किसान परेशान
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बानपुर में आवारा पशुओं से किसान परेशान
कागारौल/फतेहपुर सीकरी। ब्लॉक के गांव बानपुर में किसान इन दिनों आवारा पशुओं से परेशान हैं। किसानों की खून-पसीने से सींची गेहूं, आलू, सरसों, सहित अन्य फसल को इन आवारा छुट्ट्टा पशुओं का झुंड रात को नष्ट कर जाता है। दर्जनों बीघा फसल बर्बाद हो चुकी है। नौबत यहां तक आ चुकी है कि मांगेलाल पूरी रात कड़ाके की ठंड में ठिठुरते किसान रात को अपने खेतों की रखवाली कर रहे हैं। किसानों ने फसल की रखवाली के लिए बारी-बारी से ड्यूटियां लगा ली हैं।
चंद्रवीर चाहर पपेंद्र सुखबीर चाहर प्रवीन महेंद्र सिंह भीकम सिंह गगन चाहर किशोर होरीलाल बुद्धा सिंह बिजेंद्र सिंह रनवीर सिंह कहना है कि प्रशासन एरिया में घूम रहे आवारा गोवंशीय पशुओं को गौशाला भिजवाए ताकि किसानों की फसल बर्बाद होने से बच सके। किसानों की मांग है कि प्रशासन आवारा पशुओं को कहीं भी ले जाए, लेकिन उनके यहां से हटाए। इसे लेकर स्थानीय किसान प्रशासनिक अधिकारियों विकास खंड अधिकारी से पहले भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन प्रशासन की ओर से आवारा गोवंशीय पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचाने के लिए कोई पहल नहीं की गई है।
कौन है इस समस्या का जिम्मेदार ?
बछड़ों और गायों को छोड़ देते हैं गौ पालक
पशुओं की समस्या के लिए खुद किसान और गौ पालक भी कम जिम्मेदार नहीं हैं। । दूध देना बंद करने पर गायों को आवारा छोड़ दिया ज गायों के दामों में कमी होने की वजह से ऐसा करने में किसान और गौ पालक भी हिचकते खास तौर पर बछड़ों को कोई भी किसान या गौ पालक पालना नहीं चाहता। है इसलिए कृषि में बछड़ों का उपयोग खत्म हो चुका है। इसलिए बछड़ों को और गौ पालक व डेयरी संचालक तभी तक अपने यहां रखते हैं जब तक गाय का दूध निकालने लिए उसकी जरूरत होती है। इसके बाद उन्हें आवारा छोड़ दिया जाता है।
दर्जनों किसानों की फसल हुई बर्बाद