रबी की फसल को दृष्टिगत रखते हुए जनपद की मांग के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध।
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रबी की फसल को दृष्टिगत रखते हुए जनपद की मांग के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध।
डीएपी की कलाबाजारी अथवा निर्धारित मूल्य से अधिक विक्री पर होगी करवाई, निरस्त होगे लाइसेंस।
आगरा 04/10/2024 – जनपद में डीएपी की कालाबाजारी की शिकायतों के संबंध में जिलाधिकारी श्री अरविंद मल्लप्पा बंगारी जी की अध्यक्षता जनपद के होलसेल डीलर एवं प्रशासनिक अधिकारियों के मध्य समन्वय बैठक कलेक्ट सभागार में आयोजित की गई।
जिलाधिकारी महोदय द्वारा जनपद में विभिन्न समाचार पत्रों मे प्रकाशित डीएपी खाद की कालाबाजारी की ख़बरों एवं आमजन से प्राप्त शिकायतों का संज्ञान लिया गया।
बैठक में बताया गया कि जनपदं में डी०ए०पी० उर्वरक की कमी के मुख्य दो कारण प्रतीत हो रहे हैं। एक तो जनपद के किसानों द्वारा बुवाई से काफी समय पूर्व (लगभग 20-25 दिन) डी०ए०पी० क्रय कर भण्डारित की जा रही है और दूसरा जनपद के किसानों द्वारा फास्फेटिक उर्वरकों में से डी०ए०पी० प्राप्त करने की होड़ लगी हुई है व एन०पी०के० एवं नैनों डी०ए०पी० के प्रति रुझान कम है। उक्त के संबंध जिलाधिकारी महोदय ने उप निदेशक कृषि को निर्देश दिए कि एन०पी०के० एवं नैनों डी०ए०पी० के संबंध में जागरूक किया जाए तथा इसका ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाए। बैठक में यह भी बताया गया कि जनपद में रबी की फसल को दृष्टिगत रखते हुए जनपद की मांग के सापेक्ष पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है।
उक्त के संबंध में जिलाधिकारी महोदय
द्वारा सभी होलसेलर व्यापारियों को निर्देश दिये की किसी भी स्तर पर डीएपी की कलाबाजारी अथवा निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर विक्री नहीं की जायेगी और यदि किसी भी होलसेल विक्रेता अथवा रिटेल विक्रेता द्वारा ऐसा किया जाता है, तो उसके खिलाफ विधिक करवाई अमल में लाई जाएगी और उसका लाइसेंस भी निरस्त कर दिया जाएगा साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिये की होलसेल विक्रेताओं द्वारा खाद के साथ-साथ शासन द्वारा निर्धारित वस्तुओं को छोड़कर अन्य कोई वस्तु खरीदने के लिए रिटेल विक्रेताओं पर अनावश्यक दबाव न डाला जाए। उन्होंने गैर सरकारी खाद विक्रेताओं को निर्देश दिए की सभी दुकाने समय से खोली जाए तथा निर्धारित मानकों के अनुरूप ही खाद की बिक्री सुनिश्चित की जाए। जिला अधिकारी महोदय द्वारा उप निदेशक कृषि को निर्देश दिए की जनपद स्तरीय अधिकारियों की टीम बनाकर खाद विक्रेताओं की दुकानों का औचक निरीक्षण कराया जाए तथा अनियमित पाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई भी अमल मिला ही जाए।