योगी राज में नियमों की खुलेआम उड़ रही धज्जियां,प्रशासन बना हुआ है अनजान
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योगी राज में नियमों की खुलेआम उड़ रही धज्जियां,प्रशासन बना हुआ है अनजान
बारूद के गोले पर बैठा है कस्बा डौकी का गांव पैंतीखेड़ा,बच्चों का हो रहा शोषण,गांव खतरे में
फैक्ट्री से मात्र लगभग 200 मीटर दूर है, एसआरडी कान्वेंट स्कूल,छात्रों की जान को है खतरा
कब टूटेगी डौकी पुलिस की नींद, प्रशासन किसी बड़ी घटना का कर रहा है इंतजार
अवैध पटाखे फैक्ट्री में 300 किलो पटाखा जलकर हुआ था खाक
आगरा/डौकी। थाना क्षेत्र डौकी के अंतर्गत ग्राम पैतीखेड़ा में अवैध पटाखे की फैक्ट्री का संचालन पिछले काफी समय से चल रहा है। ग्रामीणों के विरोध के बाद इस फैक्ट्री को प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बंद कर दिया गया था। बाहर से आकर कुछ लोग फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं। बड़ी मात्रा में यहां बारूद के ढेर पर बैठकर काम चलता है।
अवैध पटाखा फैक्ट्री में 300 किलो पटाखा जलकर हुआ था खाक
यह फैक्ट्री तालाब के किनारे चारों ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे,धमाकेदार आतिशबाजी और जलने वाली तिलियां बना रही है। फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई सुविधा नहीं है।
नाबालिगों का हो रहा शोषण
फैक्ट्री के अंदर 120 से अधिक मजदूर कार्य करते हैं। महिला-पुरुषों के साथ नाबालिग बच्चे भी इस खतरनाक काम में लगे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक पुलिस की सह पर स्थानीय लोगों की जान के साथ खेला जा रहा है।
पूर्व में फैक्ट्री में 300 से 400 सौ किलो बारूद में आग लगी थी और आग लगने के बाद बारूद घंटो तक आवाज के साथ धू-धू कर जला था। सभी पटाखे व बारूद जलने व फटने के बाद ही पटाखा फैक्ट्री में लगी आग पर काबू पाया गया। वही पटाखा फैक्ट्री गांव के बाहर तालाब के किनारे चारो ओर त्रिपाल तानकर बड़े पैमाने पर पटाखे,धमाकेदार आतिशबाजी व जलने वाली तिलियां बडी मात्रा में बनाई जा रही हैं।
पूर्व में हो चुका है बड़ा हादसा
कुछ माह पहले इसी फैक्ट्री में भयंकर आग लग गई थी, जिसमें 300-400 किलो बारूद जलकर खाक हो गया था। आग से आसपास के लोगों में दहशत फैल गई थी और स्कूली बच्चों में अफरा-तफरी मच गई थी। 40-50 मजदूर जान बचाकर भाग गए थे।
पूर्व में कुछ माह पहले अवैध पटाखा फैक्ट्री में बीत दिन भीषण आग लग जाने से गांव के लोगों में व फैक्ट्री के पास बने लगभग 200 मीटर दूर है एसआरडी कान्वेंट स्कूल पढ़ने वाले छात्रों में अफरा-तफरी मच गई। फैक्ट्री में आग लगने के बाद दूसरे दिन वीडियो एवं फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। आग लगने के बाद फैक्ट्री में काम कर रहे 40 से 50 मजदूर लोग जान बचाकर भागे थे।
थाना डौकी पुलिस मौके पर पहुंची। और घटना का जायजा लिया। वहीं सूत्रों के
लाइसेंस धारक ने 50 से 60000 में प्रतिमा के लिए किराए पर दिया है
मुताबिक फैक्ट्री अजीज खान तथा पार्टनर मेरठ का बताया जा रहा है। उससे पूर्व कुछ साल पहले भी विस्फोट हुआ था,जिसमें 5 बच्चे जल गए थे, एक की मृत्यु हो गई थी। अभी कुछ दिन पूर्व ग्राम पैती खेड़ा में एक और नई फैक्ट्री का संचालन हुआ है। एक के बाद एक इसी काम की जुगत में तालाब के पास नई फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने की कार्यवाही की मांग
पैतीखेड़ा के स्थानीय लोगों के द्वारा कई बार इसका विरोध भी किया है। इस अवैध फैक्ट्री को तुरंत बंद किया जाए। फैक्ट्री मालिकों और लापरवाह अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। मजदूरों, विशेष रूप से नाबालिगों,को सुरक्षा प्रदान की जाए। यह घटना प्रशासन की लापरवाही और भ्रष्टाचार को उजागर करती है।लेकिन इस पर कोई अमल नहीं किया। आखिर छोटे लाइसेंस की आड़ में इतना बड़ा कारखाना कैसे चल रहा है। जिसमें महिला पुरुषों के साथ नाबालिक बच्चे भी काम करते है। पटाखा फैक्ट्री में आग बुझाने की कोई भी सुविधा काम ना आई। बड़ी घटना होने से बच गई।
आखिर फैक्ट्री के लाइसेंस धारक मानक सुविधा एवं बचाव तथा उपाय को लेकर कब तक जांच एवं कार्यवाही हो पाएगी। वहीं पूरा पैतीखेड़ा गांव बारूद के मुंह पर बैठा है। किसी भी समय बड़ी अनहोनी घटना हो सकती है। पुलिस का इस पर कोई ध्यान नहीं है। सूत्रों की जानकारी के अनुसार यह कार्य पुलिस की सह पर चल रहा है।